नालंदा के अस्थावां नगर पंचायत का गठन होने के महीने बीत जाने के बाद भी स्थानीय लोगों को विकास की उम्मीद जगी, लेकिन पुरानी व्यवस्था के समकक्ष भी सफाई नहीं हो पा रही है. जिससे लोगों में नाराज़गी और उससे निकलने वाली बदबू बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है. जो स्वास्थ के लिए नुकसानदेह है. नए नगर पंचायत का क्षेत्र कई गांव को जोड़ कर बनाया गया है.
लेकिन अभी तक गांव की साफ-सफाई नहीं होती है. पूर्णकालिक अधिकारी नहीं होने से व्यवस्था ठेकेदारों के भरोसे है और अधिकारी मानीटरिग नहीं कर पा रहे हैं. बाकी सा़फ-सफाई की माने तो वह भी केवल कोरम पूरा किया जा रहा है. ऐसे में जन समस्याओं के निदान के संदर्भ में सोचने तथा उन्हें दूर करने को लेकर कोई विशेष पहल नहीं हो पा रही है. स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर पंचायत कार्यालय में दिनभर ठीकेदारों का जमावड़ा लगा रहा है. ऐसे में अधिकारियों को भी जन सरोकार से कोई विशेष मतलब नहीं रहता है.
कई क्षेत्र पिछले दिनों नगर पंचायत क्षेत्र अस्तित्व में आया है. एक चयनित ठीकेदार के द्वारा कुछ इलाकों में साफ-सफाई तो किया जा रहा है. लेकिन, अभी भी नगर पंचायत के कई क्षेत्रों में साफ-सफाई ना के बराबर है. मजे की बात तो यह है कि लोगों की यह शिकायत सुनने के बाद भी अधिकारी अनसुना कर दे रहे हैं। वहीं, नगर पंचायत की नई मुख्य पार्षद लाडली सिंहा ने बताया कि जल्द ही टीम का गठन कर सफ़ाई करवाया जाएगा.






