चितरंजन कुमार
चंडी (नालंदा)- भारत सरकार के कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय अंतर्गत केंद्रीय एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन केंद्र पटना द्वारा नालंदा जिले के चंडी प्रखंड के माधोपुर पंचायत में चलाए जा रहे दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन केंद्र के प्रभारी अधिकारी श्री सुनील सिंह द्वारा कृषि परिस्थितिकी तंत्र विश्लेषण के विषय में बताया गया एवं किसानों को प्रक्षेत्र भ्रमण कराकर फसल खेतों में मित्र एवं शत्रु कीट की पहचान कराई गई।
इसी क्रम मे कार्यक्रम में सम्मिलित किसानों ने रूचि दिखाते हुए मित्र कीटों एवं शत्रु कीटों के पहचान की तथा पारिस्थितिकी तंत्र का विश्लेषण करते हुए फसलों में रसायनों के ससमय एवं संतुलित उपयोग के बारे में सीखा। केंद्र के श्री राजेश कुमार द्वारा बीजोपचार का प्रदर्शन एवं किसानों को किसान सुविधा ऐप के इस्तेमाल के साथ अन्य डिजिटल माध्यमों से फसल सुरक्षा के उपयोग को बढ़ावा देने के बारे में बताया गया।
श्री कुलदीप कुमार द्वारा कीटनाशकों के इस्तेमाल के समय बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में बताया गया। कार्यक्रम के दौरान कीटनाशकों के दुष्प्रभाव के बारे में समझाने का प्रयास किया गया ! केंद्र के प्रभारी अधिकारी द्वारा बताया गया किसानों की कृषि की लागत कम करने एवं वातावरण, जल एवं मृदा तथा मानव को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आई पी एम को अपनाना ही एकमात्र उपाय है इसके अतिरिक्त आई पी एम को अपनाकर हम फसलों के उत्पादों के निर्यात पर लगने वाले प्रतिबंधों पर अंकुश लगाकर निर्यात को बढ़ाया जा सकता है जिससे किसानों की आय में इजाफा होगा |
कार्यक्रम में श्री आर पी सिंह , सुरेन्द्र साह, विकास कुमार ,अंकित कुमार, राजीव कुमार, किसान सलाहकार तथा अन्य प्रगतिशील कृषक मौजूद रहे|




