विश्व शिक्षक दिवस पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन।

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शहाबुद्दीन अहमद/ बेतिया(BiharTV24):विश्व शिक्षक दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसमें वक्ताओं ने दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण, विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं एवं युद्धग्रस्त क्षेत्रों में मारे गए छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष5अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है,विश्व शिक्षक दिवस, शिक्षकों की स्थिति से संबंधित 1966अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन एवं यूनेस्को की सिफारिश को अपनाने की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है।विश्व शिक्षक दिवस,जिसे अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के रूप में भी जाना जाता है,शिक्षकों एवं शिक्षण से संबंधित मुद्दों पर विचार करने के उद्देश्य से मनाया जाता है।यह शिक्षकों के लिए आवश्यक प्रशंसा,मूल्यांकन एवं परिवर्तनों पर केंद्रित है,यह छात्रों के साथ-साथ सामुदायिक विकास के लिए शिक्षकों के योगदान के लिए शिक्षकों को सम्मानित करने का भी अवसर है।विश्व शिक्षक दिवस 1994 से लगातार मनाया जा रहा है।

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शिक्षक छात्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो समाज की रीढ़ हैं।विश्व शिक्षक दिवस, शिक्षण कार्य से संबंधित चुनौतियों पर विचार करने का एक अवसर है,यह दुनिया भर में शिक्षण कार्य का जश्न मनाने और शिक्षकों कीआवाज सुनने का समय प्रदान करता है।विश्व शिक्षक दिवस पर शिक्षकों की समर्पित सेवा और शिक्षा में उनके योगदान को नमन किए जाने का अवसर है,विश्व शिक्षक दिवस शिक्षण से संबंधित मुद्दों को हल करने और शिक्षकों केअधिकारों और जिम्मेदारियों को पहचानने का एक अवसर है। 

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विश्व के करोड़ों अभिभावक आर्थिक तंगी के कारण अपने बच्चे एवं बच्चियों को शिक्षा दिलाने में वर्तमान समय में सक्षम नहीं है,लाखों शिक्षकों ने अपनी नौकरियां को खोया है,विश्व के करोड़ों शिक्षक आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं !इस संक्रमण काल में शिक्षकों द्वारा निभाई गई सबसे महत्वपूर्ण भूमिका की पूरा विश्व सराहना करता है,जिसका सपना संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं,राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ,मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला,खान अब्दुल गफ्फार खान ,शेख मुजीब उर रहमान, यासिर अराफात, इसहाक रविन , दलाई लामा एवं हमारे पुरखों ने देखा था





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