चितरंजन कुमार
चंडी (नालन्दा) स्थानीय मुहाने नदी में मछलियों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है. पिछले कुछ दिनों की बात करें तो यहां अधिक से अधिक मात्रा में मृत मछलियां पानी की सतह पर तैरती हुई नजर आ रही हैं । स्थानीय लोगो ने बताया कि प्रथम दृष्टया पानी अमलीय व दूषित होने का अंदेशा है । दूषित पानी होने का कारण मुहाने नदी किनारे स्थित मकान का दूषित पानी नदी में गिराए जाने और दुकानो के कूड़ा कचरा डालना है ।
जिससे दूषित पानी होने से मछली के मरने की संभावना बन गई है । साथ ही दूषित पानी के कारण मादा मछलियों के प्रजनन करने व मछली से उत्पन्न अंडों व उसके आने वाले बच्चों को ज्यादा नुकसान हुआ है । बताते चलें कि मुहाने नदी के पानी को दूषित होने से बचाने के लिए उच्च स्तरीय जांच कराकर इसे रोकना होगा । लोगों में जागृति लानी होगी क्योंकि यही पानी बहुत से लोग पीने और जानवरों को भी पिलाने में उपयोग कर रहे हैं ।
लगातार प्रदूषण की मात्रा बढ़ने के कारण धीरे-धीरे नदी का पानी प्रदूषित होता जा रहा है । मगर पानी को दूषित होने से बचाने के लिए स्थायी रूप से कोई कदम नहीं उठाया गया है । यह नदी के पानी का प्रदूषण का कुछ वर्षों से यह हाल है । प्रशासनिक उदासीनता के कारण नदी का पानी दूषित होता जा रहा है । वहीं लोग नदी में कूड़ा कचरा डाल रहे हैं । इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर ठोस कदम उठाना होगा । वहीं कूड़ा कचरा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करनी होगी ।